Nifty – बजट का असर: पूंजी लाभ कर में वृद्धि
शेयर बाजार को बड़ा झटका
मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दीर्घकालिक और तात्कालिक पूंजी लाभ कर (LTCG और STCG) में वृद्धि की घोषणा की।
इसके साथ ही, डेरिवेटिव ट्रेड पर सुरक्षा लेन-देन कर (STT) भी बढ़ा दिया गया है।
#BudgetOnZee | Budget के बाद क्यों गिरे बाजार?
क्या Nifty में और आएगी गिरावट, Bank Nifty में क्या जारी रहेगी गिरावट?
इस गिरावट में क्यों ना लगाए नया पैसा?
कौन से सेक्टर में है खरीदारी का मौका?
जानिए @anilsinghvi_ से
Watch Live – https://t.co/Q6s2iE8eEH #Budget… pic.twitter.com/LdhqGUEhqe
— Zee Business (@ZeeBusiness) July 23, 2024
Video Credit : twitter.com
Nifty : LTCG और STCG में बदलाव
अब सभी वित्तीय और गैर-वित्तीय संपत्तियों पर LTCG कर की दर 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत कर दी गई है।
वहीं, कुछ संपत्तियों पर STCG कर 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया है।
Nifty : कर में राहत
LTCG के लिए छूट सीमा को ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹1.25 लाख कर दिया गया है।
12 महीनों के भीतर बेची गई संपत्तियाँ STCG के अंतर्गत आती हैं, जबकि 12 महीनों से अधिक समय तक रखी गई संपत्तियाँ LTCG के अंतर्गत आती हैं।
लंबी अवधि की परिभाषा में बदलाव
सूचीबद्ध वित्तीय संपत्तियाँ एक साल से अधिक समय तक रखने पर दीर्घकालिक मानी जाएंगी।
अनलिस्टेड वित्तीय संपत्तियों और गैर-वित्तीय संपत्तियों को दीर्घकालिक वर्ग में आने के लिए कम से कम दो साल तक रखना होगा।
अनलिस्टेड बॉंड्स और म्यूचुअल फंड्स पर कर
अनलिस्टेड बॉंड्स, डेबेंचर्स, डेब्ट म्यूचुअल फंड्स, और मार्केट लिंक्ड डेबेंचर्स पर पूंजी लाभ कर लागू होगा, चाहे इन्हें कितनी भी अवधि तक रखा जाए।
STT में वृद्धि
विकल्पों की बिक्री पर STT की दर को 0.0625 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.1 प्रतिशत कर दिया गया है।
फ्यूचर्स की बिक्री पर STT को 0.0125 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.02 प्रतिशत कर दिया गया है।
निवेशकों पर प्रभाव
LTCG में बढ़ोतरी से मध्यवर्ग को शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य निवेश उत्पादों में निवेश के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
हालांकि, दीर्घकालिक पूंजी लाभ कर की बढ़ोतरी से HNIs के वैकल्पिक निवेश के निर्णय पर प्रभाव पड़ेगा।
Full Form of LTCG- Long Term Capital Gains Tax
Full Form of STCG –Short-term capital gain tax
Full Form of STT –Securities Transaction Tax
Full Form of SENSEX –Stock Exchange Sensitive Index
Full Form of Nifty –National Stock Exchange Fifty
What is the Sensex Bazar index? (सेंसेक्स बाजार सूचकांक क्या है?)
Sensex , बाजार की स्थिति और देश की Economics का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। इसे एक mutual fund की तरह समझ सकते हैं, जिसमें 30 Companies का समूह शामिल होता है। इन कंपनियों के शेयर की कीमतें लगातार बदलती रहती हैं, जिससे Sensex की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता
Can I buy Sensex index? (क्या मैं सेंसेक्स इंडेक्स खरीद सकता हूँ?)
जो लोग डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट रखते हैं, वे सेंसेक्स में निवेश करने के लिए इंडेक्स फंड्स या एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETFs) का उपयोग कर सकते हैं।