Mohali Blast Rocket attack on Intelligence Wing headquarters in Mohali punjab, NIA likely to investigate case| मोहाली में इंटेलिजेंस विंग के हेडक्वार्टर पर रॉकेट अटैक ! NIA कर सकती है मामले की जांच
Mohali Blast: Rocket attack on Intelligence Wing headquarters
Mohali Blast : पंजाब (Punjab) के मोहाली (Mohali) में इंटेलिजेंस विंग के हेडक्वार्टर (Intelligence Wing headquarter) पर कल देर शाम हुए हमले की जांच एनआईए (NIA) कर सकती है। मोहाली के सेक्टर 77 में इंटेलिजेंस विंग हेडक्वार्टर की बिल्डिंग की एक फ्लोर को निशाना बनाकर हमला किया गया। हालांकि इस हमले में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। फॉरेंसिक टीम पूरी रात घटनास्थल से सैंपल जुटाती रही।
वहीं हमले में RPG (Rocket Propelled Grenade) के इस्तेमाल ने सबको हैरान कर दिया है। इसे रॉकेट लॉन्चर के जरिए कंधे पर रखकर दागा जाता है। ब्लास्ट की घटना के बाद पंजाब पुलिस (Punjab Police) के बड़े अधिकारियों ने भी मौके पर मुआयना किया है। हालंकि पंजाब पुलिस ने इस आतंकी हमला मानने से इनकार नहीं किया है। मोहाली के एसपी का कहना है कि वो इस बात की जांच कर रहे हैं कि यह आतंकी हमला है या नहीं। उधर, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी है। इंडिया टीवी संवाददाता मनीष प्रसाद के मुताबिक इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी जा सकती है।
कैप्टन अमरिंदर ने सख्त कार्रवाई की मांग की
यह ब्लास्ट 24 अप्रैल को चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल के पास एक विस्फोटक उपकरण की बरामदगी के बाद हुआ है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने विस्फोट पर हैरानी व्यक्त की और मुख्यमंत्री भगवंत मान से इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया। अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, ”मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय में विस्फोट के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं आई। हमारे पुलिस बल पर यह हमला बेहद चिंताजनक है और मैं मुख्यमंत्री भगवंत मान से आग्रह करता हूं कि अपराधियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए।”
सुखबीर सिंह बादल ने गंभीर सुरक्षा चूक बताया
शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि वह विस्फोट से स्तब्ध हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ”पंजाब पुलिस के खुफिया ब्यूरो मुख्यालय, मोहाली में हुए विस्फोट से स्तब्ध हूं। इससे गंभीर सुरक्षा चूक और पंजाब में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति एक बार फिर उजागर हो गई है। जिम्मेदार लोगों को बेनकाब करने और दंडित करने के लिए गहन जांच की आवश्यकता है।”
(इनपुट-भाषा)